स्त्री और पुरुष

कोई पुरुष कभी भी किसी स्त्री से नहीं जीत सकता । क्योंकि पुरुष का उद्-गम स्त्री से है, उसे अस्तित्व में लाने वाली स्त्री है और पुरुष स्वयं अस्तित्व से बड़ा हो नहीं सकता । - मनोज भारती

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

राष्ट्रभाषा, राजभाषा या संपर्कभाषा हिंदी

चमार राष्ट्रपति

अमीर खुसरो की चतुराई